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UIDAI ने किया बदलाव बिना फिंगरप्रिंट के भी बनेगा आधार

आधार कार्ड आज देश में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चूका है | ये सभी वितीय काम और सरकारी योजनायो का लाभ लेने के लिए जरुरी हो चूका है |

अब इस आधार कर से जुड़ी एक नयी खबर सामने आई है दरअसल इसे बनवाने के प्रोसेस में बदलाव किया गया है इसके बारे में (UIDAI)-भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण ने सोशल मिडिया प्लेटफार्म   X (Twitter ) पर जानकारी शेयर किया है

इस बदलाव में (UIDAI) ने जानकारी शेयर की है अब हाथ की उंगलिया न होने पर आईरिस (IRIS) स्कैन कर के आधार कार्ड बनाया जा सकता है | इसके तहत अब आधार कार्ड बनबाने के लिए (RESIDENT) यानि जिस व्यक्ति का आधार बनबाना है उसकी ऊँगली न होने पर IRIS स्कैन के जरिये आधार कार्ड  नामांकन किया जा सकता है इस बदलाव के जरिए UIDAI ने आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया को काफी हद तक आसान कर दिया है |

जो (RESIDENT)-आधार पंजिकर कराने वाला व्यक्ति , शारीरिक रूप से विकलांग है उसके लिए आधार कार्ड बनबाना अब आसान हो गया है| एक नियम के अनुसार RESIDENT की , का उंगलिया न होने पर वे अपना आधार पंजीकरण IRIS स्कैन कर के भी करवा सकते है|

आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। इसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या छपी होती है जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) जारी करता है। यह संख्या, भारत में कहीं भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होगा। भारतीय डाक द्वारा प्राप्त और यू.आई.डी.ए.आई. की वेबसाइट से डाउनलोड किया गया ई-आधार दोनों ही समान रूप से मान्य हैं।

आधार कार्ड नामांकन करने के लिए, आपको अपनी जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी जैसे एक तस्वीर, दस फिंगरप्रिंट और दो आईरिस स्कैन देना होगा। आप अपने नजदीकी आधार केंद्र पर जाकर या ऑनलाइन आधार कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।

image source: UIDAI

आधार कार्ड के कई लाभ हैं, जैसे कि बैंक खाते खोलना, आयकर भरना, वोटर आईडी कार्ड बनवाना, लाभार्थी योजनाओं का लाभ उठाना, आधार-आधारित भुगतान करना आदि। आधार कार्ड आपकी पहचान को सुरक्षित रखने और नकली और आभासी पहचानों से बचने में भी मदद करता है।

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